70 बौ सबके सामने जौ कहकै मना करी और कही, “मैं ना जानथौं तू का कह रइ है।”
70 तओ पत्रुस उनके सबके अग्गु इन्कार करके कही, “तए का कहात हए, मए नाए जानत हओं।”
तौ ईसु के संग बारेन मैं से एक हात बढ़ायकै अपनी तलवार खींची और बड़े पुजारी के सेवक ऊपर चलाय कै बाको कान काट दई।
पर जौ सब तभई भौ है, कि भविस्यवक्ता पवित्र सास्त्र मैं जो कुछ लिखो है बौ पूरो होबै।” तौ सब चेला बाकै छोड़कै भाज गै।
पतरस दूर से बाको पीछा करी जितै ले बड़े पुजारी को आँगन रहै बौ आँगन मैं गौ और सिपईय्यन संग बैठकै जौ देखन लागो कि अब बौ कैसे निकरैगो।
पतरस बहार आँगन मैं बैठो रहै कि बड़े पुजारी की एक सेविका बाके झोने आयकै कही, “तहूँ ईसु गलीली के संग रहै।”
और जब बौ बहार फाटक के मोहोंट झोने गौ, तौ दुसरी बईय्यर बाकै देखकै उनसे जो हूँना रहैं कही, “जहो तौ ईसु नासरी के संग रहै।”
लेकिन पतरस जौ कहकै इंकार कर दई, “बईय्यर, मैं बाकै ना जानथौं!”
सई है, बिस्वास ना होन की बजह से बे टूट गै; जब तुम जघा मैं बने रैहथौ काहैकि तुम बिस्वास करथौ। लेकिन तैं घमंडी मत बनै, पर जाके बजाय डर मान।
तभई बौ, जो ऐसो समझथै कि बौ निठाठौर टिको है, चौकन्नो रहबै कि कहीं गिर ना पड़ै।
लेकिन डरपोक, अविस्वासी, लुटेरा, हत्यारे, जादू टोना करन बारे, मूर्ति की पूजा करन बारे, और सब झूटेन के ताहीं जघा आगी और गंधक से जलत भइ झील है, जौ दूसरी मौत है।”