40 पुरो नियम और भविस्यवक्ता की सिक्छा जे दुई आग्यन ऊपर निर्भर करथैं।”
40 सारा मोशाको नियम कानुन और अगमबक्ताको शिक्षाको आधार जे दुई आज्ञा हएं।”
“तभई जैसो व्यवहार तुम अपने ताहीं दुसरेन से चाहथौ बैसो ही व्यवहार तू दुसरन से करौ; जौ मूसा की नियम विधि और भविस्यवक्ता को जहे सार है।”
जहे ताहीं की नियम तौ मूसा के जरिये दौ गौ है, लेकिन अनुग्रह और सच्चाई ईसु मसीह के जरिये हमरे झोने पुगी हैं।
काहैकि “व्यभिचार मत करियो, हत्या मत करियो, चोरी मत करियो, लालचौ मत करियो,” और इनकै छोड़कै औरौ कोई सी आग्या होबै तौ जौ पूरे को तोड़ जौ बात मैं मिलथै, कि “अपने पड़ोसियन से अपनेई हानी प्यार करियो।”
काहैकि सब नियम जौ एक बात मैं पूरी हुई जाथै, तैं अपने परोसी से अपने हानी प्यार रख।
जौ हुकम को लक्छ है, एक सुद्ध मन और अच्छो विवेक, और बिना कपट के बिस्वास के प्रेम कै जगाने है।
तुम सई काम करत होगे अगर तुम राज्य के नियमन को पालन करथौ, जो सास्त्र मैं पाओ जाथै, “अपने पड़ोसी से प्रेम करौ जैसे तुम अपने आप से प्रेम करथौ।”