फिरौंकी मैं तुमसे सच मैं कहथौं, अगर तुम मैं से दुई जनी पृथ्वी मैं कोई बात के ताहीं जोकै बे माँगैं, एक मन के होमैं, तौ बौ मेरे परम दऊवा के घाँईं से जो स्वर्ग मैं है उनके ताहीं हुई जागी।
काहैकि तुम्हऊँ एक दुसरे के सामने अपने-अपने पापन कै मान लेबौ; और एक दुसरे के ताहीं प्रार्थना करौ, जोसे चंगे ही जाबौ; न्याई आदमी कि प्रार्थना को एक सक्तिसाली प्रभाव होथै।