जब अंजीर के रूखा कै सड़क के किनारे देखकै बौ बाके झोने गौ, और पत्तन कै छोड़ बामै कछु नाय पाय कै रूखा से कही, “अब से तेरे मैं कहु फरा ना लगै।” और अंजीर को रूखा तुरंतै सूख गौ।
ईसु जबाब दई, “मैं तुमसे सच कहथौं; अगर तुम बिस्वास रखौ, और संका ना करौ; तौ ना सिरफ जौ करैगे, जो जौ अंजीर के रूखा से करो गौ है; पर अगर जौ पहाड़ से भी कहगे, कि उखड़ जा, और समुंदर मैं जाए गिर, तौ जौ हुई जागो।