6 चेला जौ सुनकै मोहों के बल गिर गै और बड़ा डराय गै।
6 जब चेला जा सुनीं, तओ बे बहुत जोडसे झसक्के घुपटा पणिगए।
बौ बोलतै रहै, कि एक उजलो बादर बाकै ढोंक लई, और बौ बादर मैं से जौ अबाज निकरी, “जौ मेरो प्रिय लौड़ा है, जासे मैं खुस हौं: जाकी सुनौ।”
पर ईसु झोने आयकै उनकै छुइ, और कही, “उठौ, डराबौ मत्ती।”
और मैं जमीन मैं गिर गौ और मोकै एक अबाज सुनाई दई, ‘साऊल, साऊल! तैं मोकै काहे सताथै?’
और जब हम सब जमीन मैं गिर पड़े, तौ मैं इब्रानी भासा मैं, मोसे कहत भै जौ अबाज सुनो, ‘साऊल, साऊल, तैं मोकै काहे सताथै? पैंना मैं लात मारनो तेरे ताहीं मुस्किल है।’
हम खुद स्वर्ग से आनबारी जौ अबाज कै सुने, जब हम पवित्र पहाड़ मैं बाके संग रहैं।