37 और आदमी खाएकै तृप्त भै फिर बाके चेला बचे भै टुकड़न से भरे भै सात टोकरा उठाईं।
37 बे सब खाइँ और अघाइ गए। और उबरो खुदरा-खुदरी बे सात डलैया बटोरीं।
चेला बासे कहीं, “हमकै जौ सूनी जघा मैं कहाँ से इत्ती रोटी मिलंगी कि हम इत्ती बड़ी भीड़ कै खानु खबाए सकैं?”
और खान बारेन मैं बईंय्यरन और बालकन कै छोड़कै चार हजार इंसान रहैं।
बौ भूंके कै अच्छी चीजन से भर दई, और सेठन कै खाली हाथ भेज दई।
लेकिन एक रात साऊल के चेला बाकै लै लई बाकै बितौला मैं बैठाईं और दीवार मैं से लटकाए कै उतार दईं।