जब अधिकारी ईसु के बारे मैं सुनी, तौ बौ कुछ बचे भै यहूदि बड़े-बूढ़ेन कै ईसु के झोने पनारी, कि बे जाएकै बाके सेवक कै ठीक करन के ताहीं ईसु कै आन के ताहीं पूँछै।
जब जौ उनको पक्को फैसला ही गौ कि हम इटली जामैं, तौ बे पौलुस और थोड़ी और कैदियन कै भी यूलियुस नाओं के औगुस्तुस की सेना के एक कप्तान कै सौंप दई, जो रोमन सेना-दल को एक अधिकारी रहै, जिनकै “सम्राट को सेना-दल कहो जाथै।”
अरे सेवकौ, जो सरीर से तुमरे मालिक है, सब बातन मैं उनकी आग्या को पालन करौ, इंसान कै खुस करन बारे के हानी दिखान के ताहीं नाय, लेकिन मन कि सिधाई और परमेस्वर के डर से।