लेकिन जो कोई भी मेरी बातन कै सुनकै मेरी बात नाय मानथै, बौ आदमी बाके हानी है, जो अपनो घर जमीन मैं बिन चट्टान के ऊपर बनाई; जब बाढ़ की धार बाके घर मैं टक्कर मारी तौ बौ तुरंत गिर पड़ो, और बौ गिरकै सत्यानास हुई गौ!” का अपने फल से जानो जाथै: काहैकि लोग कांटे बारी झाड़ी से अंजीर नाय तोड़थैं, और ना कटबंजर बारी झाड़िन से दाख तोड़थैं।