बाको मालिक बासे कही, ‘धन्य है अच्छो और बिस्वास के काबिल सेवक, तैं थोड़ी मैं बिस्वास के काबिल रहो; मैं तोकै तमान चीजन को हकदार बनांगो। अपने मालिक की खुसी मैं मिल जा।’
तौ राजा अपने दहने घाँईं बारेन से कहैगो, ‘मेरे परम दऊवा के धन्य आदमियौ, तुम आबौ, बौ राज्य के हकदार हुई जाबौ, जो दुनिया के सुरु से तुमरे ताहीं समारो गौ है।
सुनौ, मेरे प्रिय भईय्यौ और बहेनियौ! का परमेस्वर जौ दुनिया के कंगालन कै नाय चुनी कि बे बिस्वास मैं सेठ और राज्य के अधिकारी होमैं जोकी बौ उनसे वादा करी है जो बासे प्रेम करथैं।