ईसु फिर फरीसियन से बात करी, “जौ दुनिया को उजियारो मैं हौं,” बौ कही। जो मेरे पच्छू हुई लेगो, बाके पास जिंदगी को उजीतो होगो और बौ कहु अंधियारे मैं नाय चलैगो।
कि तैं उनकी आँखी खोलै, कि बे अंधियारे से उजियारे के घाँईं, और सैतान के अधिकार से परमेस्वर के घाँईं लौटैं; कि पापन की माफी, और बे लोगन के संग जो मेरे ऊपर बिस्वास करन से पवित्र करे गै हैं, बिस्वास पामैं।’