ईसु जानत रहै कि बे बासे सबाल पूँछनों चाहथैं, तभई उनसे कहथै, “मैं कहो, ‘थोड़ी देर मैं मोकै नाय देखैगे, और फिर थोड़ी देर मैं मोकै देखैगे।’ का तुम जहे बारे मैं पूँछ रहे हौ अपने आप?
ऐसो कुछ भी न है जो परमेस्वर से छिपाओ जाए सकथै; पूरी दुनिया मैं सब कुछ उजागर है, और बाकी आँखी के अग्गु सबै चीज खुली हैं। और जौ बहे के ताहीं है जो हमैं सबन कै अपनो-अपनो हिसाब देने है।