आखरी मैं जब बे ग्यारह चेला खानु खान बैठे रहैं। तौ ईसु उनकै दिखाई दई, उनके अविस्वास और कर्रे मन होन पर समझाई कि बिस्वास करौ। जो बाकै जिंदो होन के बाद देखी रहै, बे उनके ऊपर भरोसो नाय करी रहैं।
सप्ताह के पहले दिन इतवार कै, संजा के समय हुँआँ पर चेला फाटक बंद करकै एक कमरा मैं जुराने रहैं, काहैकि बे यहूदियन के नेतन से डरात रहैं। तौ फिर ईसु आओ और उनके बीच मैं ठाड़कै उनसे कही, “तुमकै सांति मिलै।”