जब जकर्याह दुआरे आओ, तौ बौ कछु बोल ना पाई और आखरी मैं बे जानगै, कि जकर्याह कै मंदिर मैं कछु दर्सन मिलो है; जकर्याह उनसे इसारन मैं बतान की कोसिस करत रहो, लेकिन बौ गूँगा बनो रहगौ।
इसलै बे अपने सहभागी के जो दुसरी नईंयाँ मैं रहैं, उनकै इसारा करीं, कि आयकै हमरी मदत करौ: और बे आयकै दोनों नईंयाँ कै मच्छी से इत्तो भर दईं कि नईंयाँ तक डूबा-डूब करैं।
तभई बौ उनकै हात से इसारा करी की बे चुप रहमैं; और उनकै बताई कि प्रभु कौन तरीका से मोकै कैदखाना से निकार लाई है। फिर कही, “जौ याकूब और उनके विस्वासी भईय्यन कै बताए दियो।” तौ निकरकै दुसरी जघा चले गौ।
सेनापति बाकै हुकम दई, तौ पौलुस सिड़ी मैं ठाड़कै लोगन कै चुप रहन कै ताहीं अपने हात से इसारा करी। जब बे चुप हुईगै, तौ पौलुस इब्रानी भासा मैं उनसे बात करी: