17 तुम सच्ची बात जानथौ, और अगर तुम उनमैं चलौ तौ तुम धन्य हौ!
17 जबकी तुम जे बातनके जानत हओ कहेसे जिनके पालन करओ, और तुम धन्यके हुइजाओ।”
काहैकि जो कोई मेरे स्वर्ग मैं दऊवा की इच्छा मैं चलथैं, बहे मेरो भईय्या और बहेनिया, और अईय्या हैं।”
लेकिन ईसु जबाब दई, “बल्किन, बे कितने खुसनसीब हैं जो परमेस्वर को बचन सुनथैं और बाकै मानथैं!”
जो आग्या मैं तुमकै देथौं, अगर तुम बाकै मानौ तौ तुम मेरे दोस्त हौ।
काहैकि परमेस्वर के झोने नियम के सुनन बारे धर्मी नाय हैं, लेकिन नियम कै मानन बारे धर्मी होमंगे।
और जब हम ईसु मसीह के संग होथैं, तौ ना खतना होथै और ना जाकी कमी से कोई फरक पड़थै; बिस्वास जो कोई मायने रखथै बौ प्यार के जरिया काम करथै।
पर अगर तुम बौ सिद्ध नियम कै ध्यान से देखैगे जो लोगन कै आजाद करथै, और बाके ऊपर ध्यान देत रहथौ और ना खाली सुनथौ और फिर जाकै भूल जाथौ, बल्कि जाकै व्यवहार मैं लाथौ, तौ तुम जो करथौ बामै धन्य हुईकै परमेस्वर को आर्सिवाद पाबैगे।
तौ फिर, अगर हम बौ अच्छो ना करते जो हम जानथैं कि हमैं करनो चाहिए, तौ हम पाप के दोसी हैं।
धन्य हैं बे जो अपने चोंगा कै धोए लेथैं, काहैकि उन्हैं जिंदगी के पेंड़ को फल खान को, और बे मोहोंट से हुईकै सहर मैं जान को अधिकार है।