ताकी यसायाह भविस्यवक्ता की भविस्यवाँड़ी के बचन पूरो होबै जो बौ कही; “ओ प्रभु, हमरी खबर को कौन बिस्वास करो है? और प्रभु की सामर्थ्य कौनके ऊपर दिखाई दई है?”
उनकी आँखी हमेसा व्यभिचार से भरी रहथैं; पाप के ताहीं उनकी भूंक कहुए नाय रुकथै। बे चंचल मन बारेन कै फुसलाए लेथैं। उनके मन लालची होन के ताहीं सीखे भै हैं। बे परमेस्वर के अभिस्राप के तहत हैं!