मजदूर जो ना चारौ चुगान बारो है, और ना भेंड़न को मालिक है, बौ भेंड़ियन कै आत भौ देखत खिना कि, भेंड़न कै छोड़कै भाज पड़थै, और भेंड़िया उनकै पकड़थै, और तितर-बितर कर देथै।
बौ जौ बात इसलै नाय कही, कि बाकै गरीबन की फिकर रहै, पर इसलै कि बौ खुद चुट्टा रहै, बाके झोने उनके गुल्लक रहत रहै, और बामै जो कछु डारो जात रहै, बौ बामै से निकार लेत रहै।