मैं बिना बल बारेन के ताहीं बिना बल को सो बनो, की बिना बल बारेन कै खींच लामौं, मैं सबै इंसानन के ताहीं सबै कछु बनो हौं, कि कैसियो ना कैसियो करकै निरेन के बचामौं।
मैं कोई आग्या नाय बनाए रौ हौं। पर जौ दिखान ताहीं कि दुसरेन कि मदत करन के ताहीं कितनो खुस हौं, मैं जौ परखन की कोसिस कर रहो हौं, कि तुमरो खुद को प्यार कितनो सच्चो है।
मोकै पता है, कि तुम मदत करन ताहीं समरे हौ, और मैं मकिदुनिया के आदमिन के अग्गु तुमरे ऊपर घमंड दिखाथौं, “कि भईय्यौ और बहेनियौ अखाया के भईय्यौ और बहेनियौ एक साल से समरे हैं, और तुमरी धुन और गजबन कै भी उभारी है।”
तुमरे ताहीं, मेरे भईय्यौ और बहेनियौ, आजाद होन के ताहीं बुलाए गै हौ। लेकिन ऐसो ना होबै कि जौ आजादी सरीर के कामन ताहीं मौका बनै, बल्किन प्यार से एक दुसरे के गुलाम बनौ।
मेरे भईय्यौ और बहेनियौ अगर कोई इंसान कोई गलत काम मैं पकड़ो जाबै तौ तुम जो आत्मिक हौ, नमरता के संग ऐसेन कै साधौ, और अपनियौ चौकसी करौ कि तुम्हऊँ परिक्छा मैं नाय पड़ौ।
मसीह के बचन कै अपने दिल मैं अधिकाई से बसन देबौ; और सिद्ध ग्यान से एक दुसरे कै सिखाबौ, बताबौ, अपने-अपने मन मैं कृतगता और धन्यवाद के संग परमेस्वर के ताहीं गीत, स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाबौ।
जौ एक सच्ची कहाबत है। मैं चाहथौं कि तुम जे मामलन मैं खास जोर देबौ, ताकी जो लोग परमेस्वर मैं बिस्वास करथैं, बे अच्छे काम करन के ताहीं अपनो समय दै सकैं, जो सबन के ताहीं अच्छो और जरूरी है।
बल्कि पवित्र सास्त्र मैं जो दिन आज को दिन कहो जाथै, हर दिन एक दूसरे के समझानो चाहिए, ऐसो नाय होबै, कि तुम मैं से कोई आदमी पाप के धोका मैं आए कै कठोर हुई जाबै।