35 तौ लुद्दा और सारोन के सब रहन बारे बाकै देखकै प्रभु के घाँईं मुरक गै।
35 लुड्डा गाउँ और शारोन गाउँमे रहान बारे बोके देखके सब प्रभु येशूमे बिश्वास करीं।
और प्रभु की ताकत उनके संग रहै, और तादात मैं लोग बिस्वास करीं और प्रभु के घाँईं मुड़ गै।
यूहन्ना की, “जौ मेरी राय है, हमैं गैर यहूदियन कै परेसान नाय करनो चाहिए जो न्याई परमेस्वर के घाँईं मुड़ रै हैं।
जौ दुई साल ले चलो, ताकी जो लोग जो कि आसिया के देसन मैं रहेत रहै, यहूदि और गैर यहूदि दोनों प्रभु के बचन कै सुनी।
जौ तरीका से प्रभु को बचन सामर्थ्य से फैलत गौ और मजबूत होत गौ।
परमेस्वर की बड़ाँईं करनो, और सबै लोगन ऊपर दया की इच्छा रखनो। और जिनकै बचाओ जात रहै हर दिन प्रभु अपने झुंड मैं मिलाय देत रहै।
लेकिन उनको जौ संदेस सुनकै, उनमैं से निरे आदमी बिस्वास करीं; और जिनको आँकड़ा पाँच हजार के लमसम हुई गौ।
और परमेस्वर को बचन फैलत गौ। और यरूसलेम मैं चेलन की गिनती बड़ा बढ़त गई, और पुजारी को एक बड़ो समाज जौ बिस्वास कै मानन बारो ही गौ।
पतरस कही। “ऐनियास, उठ और अपनी सितरी उठा; ईसु मसीह तोकै ठीक करी है।”
जौ खबर पूरे याफा मैं फैल गई, और निरे आदमी प्रभु के ऊपर बिस्वास करीं।
पर जब कहु उनको मन प्रभु के घाँईं होगो, तौ बौ परदा हट जागो।