5 तौ पौलुस साँप कै बिना नुकसान पहुँचाए आगी मैं झटक दई।
5 पर पावल अपनो हात झट्किरत पेती साँप आगीमे गिरिगओ और पावलके कुछु फिर नुक्सान नाए भओ।
साँपन कै उठाए लेमंगे, और अगर जहरौ पी लेमैं तहुँओं कछु नुकसान नाय होगो; और बे बिमारन के ऊपर हाथ धरंगे और बे अच्छे हुई जांगे।”
बात सुनौ! मैं तुमकै साँप और बीछी कै कुचलन को अधिकार दौ हौं और तुम अपने बैरी की पूरी सामर्थ्य के ऊपर जीत सकथौ, और तुमकै कोई नुकसान ना होगो।
लेकिन बे असियात रहैं कि बौ सूज जागो, या अनकाचीति गिरकै मर जागो, लेकिन जब बे भौत देर तक देखत रहे और देखीं कि बाको कछु भी नाय भौ, तौ बे अपने मन कै बदल दईं और कहीं, “जौ तौ कोई प्रभु है!”
सांति को परमेस्वर जल्दियै सैतान कै तुमरी टाँग के तरे कुचल देगो, हमरे प्रभु ईसु मसीह की दया तुमरे ऊपर बनी रहबै।