अब से मैं तुमकै सेवक ना कहेंगो, काहैकि नौकर ना जानथै कि बाको मालिक का करथै; पर मैं तुमसे दोस्त कहो हौं, काहैकि जो बात मैं अपने परम दऊवा से सुनों, बे सब तुमकै बताए दौ हौं।
मैं तुमकै सब कछु करकै दिखाओ, कि जौ तरीका से मेहनत करकै कमजोरन की मदत करैं, और प्रभु ईसु की बातन कै याद धरनो जरूरी है, जो बौ खुद कही रहै: ‘लेन से जाधे देन मैं खुसी मिलथै।’”
हम सरमान बारे लुके कामन कै करकै छोड़ दै हैं, और ना तौ हमरे बर्ताव मैं कैसियो चलाँकी है और ना तौ हम परमेस्वर के बचन कै तोड़-मरोड़ कै देथैं, पर सच्चाई कै दिखाए कै हम परमेस्वर के अग्गु खुदकै हर एक के मन के ताहीं देथैं।
जाके बदले, हम हमेसा बोलथैं और ब्याख्या करथैं कि परमेस्वर हमसे चाहथै, बौ हमकै जौ भरोसेमंद समझी है कि हमैं सुसमाचार सौंपी। हम लोगन कै खुस करन की कोसिस नाय करथैं, बल्कि परमेस्वर कै खुस करन की कोसिस करथैं, जो हमरे मन कै परखथै।