सप्ताह के पहले दिन इतवार कै, संजा के समय हुँआँ पर चेला फाटक बंद करकै एक कमरा मैं जुराने रहैं, काहैकि बे यहूदियन के नेतन से डरात रहैं। तौ फिर ईसु आओ और उनके बीच मैं ठाड़कै उनसे कही, “तुमकै सांति मिलै।”
मेरे झोने तुम्हैं बातन ताहीं भौत कुछ है, लेकिन कागज और स्याई से नाय लिखनो चाहथौं; जाके जघा, मैं तुमसे भेंटा करन की आसा करथौं, ताकी आपन पूरी तरह से खुस रहामैं।