4 का हमकै खान-पीन को अधिकार नाय है?
4 मोके और बारनाबासके, चुनो भओ चेला होनके कारण अधिकार हए, कि तुमसे खान-पिनके ताहीं आर्थिक मदत प्राप्त करएं।
रस्ता के ताहीं ना झोला, ना दुई जोड़ी कुरता, ना जूता और ना लठिया लियो, काहैकि मजदूर कै बाकी रोटी मिलनो चाहिए।”
बहे घर मैं रहबौ, और जो कछु उनसे मिलै, बहे खाबौ-पीबौ, काहैकि लेबर कै अपनी दिहाड़ी मिलनी चाहिए; घर-घर मत फिरियो।
मोकै कोई को चाँदी या सोनो या लत्ता नाय चाहिए रहै।
जो मोकै अजमाथैं, उनके ताहीं मेरो जहे जबाब है:
जिन आदमिन कै मसीह संदेस पढ़ाओ जाएरौ है, उनकै अपने दासन कै सबै अच्छी बात बतानी चाहिए।
हम कोई से अपनी मोहों बड़ाँईं और महिमा करवान कि कोसिस नाय करे, ना तुमसे और ना दूसरेन से,
जरूर करकै तुमकै याद होगो, मेरे भईय्यौ और बहेनियौ, हम कैसे काम करे और मेहनत करे! हम दिन-रात काम करे ताकी तुम कोई दिक्कत मैं ना पड़ौ, हम तुमकै परमेस्वर के सुसमाचार को प्रचार सुनाए।