8 मैं पिन्तेकुस्त के दिन तक इफिसुस मैं रैहंगो।
8 पर मए पेन्तिकोसको तेवहार तक एफिसस सहरमे बैठंगो।
बे इफिसुस पहोंचे, जहाँ पौलुस प्रिस्किल्ला और अक्विला कै छोड़ दई। बौ सभाघर मैं जाएकै यहूदियन के संग सलाह-मसौराह करन लगो।
लेकिन जौ कहकै, बौ उनकै छोड़ दई, जैसो बौ कही, “अगर परमेस्वर की इच्छा भइ तौ मैं तुमरे झोने आंगो।” और बौ इफिसुस से रवाना भौ।
जब अपुल्लोस कुरिन्थुस मैं रहै, तौ पौलुस ऊपर के सबै देस से होत भौ इफिसुस मैं पहुँचो। और हूँना कुछ चेला मिले,
जब पिन्तेकुस्त को दिन आओ तौ सबै विस्वासी एक जघा जुराने।
पौलुस इफिसुस के झोने से हुईकै जान को फैसला करी रहै, कि कहूँ ऐसो न होबै, कि बाकै आसिया मैं देर लगै। बौ जल्दी मैं रहै, कि अगर हुई सकै, तौ बौ पिन्तेकुस्त के दिन ले यरूसलेम मैं रहबै।
मैं उन आदमिन के ताहीं इफिसुस मैं जंगली जानवर से लड़ो, अगर मरे भै नाय जिंदे होमंगे, तौ मोकै का फायदा भौ “तौ आबौ खाए-पी लेमैं, कल तौ मरिये जामंगे।”