का तुम नाय जानथौ, की अधर्मी परमेस्वर के राज्य के बारिस ना होंगे? धोका मत खाबौ, नाय व्यभिचारी, नाय मूर्ति पूजा करन बारे, नाय दुसरेन की बईय्यर कै अपनो बनाये लेन बारे, नाय लुच्चे, नाय कोई आदमी कै अपनो बनान बारे बनौ
और ध्यान से देखत रहबौ, ऐसो नाय होबै, कि कोई परमेस्वर के अनुग्रह पान से छूट जाबै, या कोई कड़वी जड़ फूट कै दुख देबै, और बाके जरिया निरे लोग असुद्ध हुई जामैं।
विसाल अजगर कै बाहर फेंक दौ गौ, बौ पुरानो साँप, जोको नाओं इब्लीस या सैतान रहै, जो पूरी दुनिया कै धोका दई रहै। बौ और बाके सब दूतन कै बाके संग पृथ्वी मैं फेंक दौ गौ।