अदी मोरो जवर पेरीत जसो उपदेस देवन को वरदान सेत। मोला सबा परकार को गियान हो सका सेत, अना सबा राज की गोस्टी समजनो असान सेत। पहाड़ ला हटान को बिस्वास सेत। पर पिरेम नाहती तो काही नाहती।
अबा मुरत गीनको पुड़ा चघायो हुयो बली को बारेमा, आमी जाना सेजन, अना आमी सक्ड़िया मानूस ला यो मालूम सेत। पर पिरेम लक सबको उन्नती होवासेत, पर गियान गरब ला पैदा करा सेत।