एको लाई सब लोकगीन अचंभा करता हुया आपस मा गोस्टी करन लगीन की “यो कसो गोस्टी आय? यो तो कोनी नवो सिक्सा से? उ अधिकार को संग भुत ला भी हुकूम देवासे, अना वय ओको हुकूम मानासेती।”
उनला कोनी नोको दुरियाने, अना तुमी लोकगीन उनको सान्ती लक आवन को बेवस्था कर देवजो। ताकी वय साजरा लक मोरो कठा आ जाय। काहेका आमी भाऊ हुन को संग उनको बाट चोवी सेजन।