16 वय परमेस्वर ला जानन को दावा करासेत पर उनको काम असो चोवसे जसो ओला नही जानासेत। वय घिरना को काम करनवालो, अना हुकूम नही मानन वालो सेत। अना कोनी भी नेक काम करन को काबिल नही सेत।
यो जानके की मोसे को नियम न्यायी जन को साठी नाहती पर अधरमी गीन, बेलगाम महुन, बिन भक्तिवारा, पापी गीन, अपवितर गिन अना असूध्द मानूसगिन, माय बाबुजीगीन ला मारन वालो, जान लक मारनवालो,
काहेका आमी पुढ़ा बेअक्ल का रहत होता अना हुकूम ला नही मानत होता अना संका मा पड़या रव्हत होता। अना काई परकार को लोभ अना सुख सुविदा को चाकरी करत होता अना बइर, अना जरनाहि मा जिंदगी बितावत होता। अना आमी लक लोक घिरना करत होतीन अना आमी भी एकमेक लक घिरना करत होतो।
काहेकि आमरो बीच मा काही लोक चोरी लक आय घुसी सेत ऐना लोकहुन को सजा को बारे मा गिरंथ ना लगत पयलेच भविस्यवानी कर देयि होतिस। यो लोक बिना परमेस्वर को सेत। एना लोकहुन परमेस्वर को किरपा ला सुख सुविदा को एक बहाना बनाय डाकीसेत अना यो आमरो पिरभु अना केवल एक मालिक यीसु मसीह ला नही मानासेत।
कोनी भी असुध्द चीज यो नगर मा ना ता धस पाहेत, ना च उ, जेनको सुभाव सरमनाक अना गोस्टी झुठो लक भरी सेति, ऐमा धस पायेत, जिनको नाव मेढ़ा को जिंदगानी को किताब मा लिखयो से।