तू कोन सेत जोन दूसरो दास पर दोस लगावासेत? वोको उभो रव्हनो, अना पड़ जावनो, वोको पिरभू तय करा सेत बल्की मी यो कव्हसू का वोला उभो कर दीयो जाहेत, काहेका परमेस्वर च वोला उभो रखा सका सेत।
अगो मोरो संगीहुन! तुमी जोन गोस्टी मा दुसरो ला फैसला मा खोटो ठैयरावा सो, वोच काम तुमी करासेव, तुमी कोनी भी सेव तुमरो बहाना को कारन तुमिला कोनी सूट नाहती।
पर योमा काजक सेत? यदि परमेस्वर ना आपरो गुस्सा दिसावन साठी अना आपरो ताकत परगट करन को लाय उन लोकगिन को जोन गुस्सा को लाय होतिन, अना जोनको नास होवन वालो होतो। गजब धिरज लक उन भान्डा ला सहन कियो।