अदी मी आपरो सगो रकत को कुटुम्बी लोक गिन लाय, मी उनको सराप आपरो डोस्का मा राख लेवतो। अना मसीह कन लक सरापित भयी जातो। अना मसीह लक बेगरो हो जातो। असो मोरो मरजी सेत।
काहेका मि तुम लक कई लोक खोटो चालचलन राखसेत। पुढा कई गन कव्ह चुकी सेऊ अना अबा भी रोय-रोय के कव्हसू की असा लगत सेत, जोन आपरो चाल चलन अना सुभाव लक मसीह को कूरूस को दुस्मन सेत।