अना आपरो आँग ला बदी को हथियार होवन को लाय पाप ला नोको सोपो। तुमी अपरो आप ला मरो हुया मा लक जित्तो समझके अपरो आप ला परमेस्वर ला दे देव। अना आपरो देह ला धरमिपन को हतियार बनन काजी परमेस्वर ला सोप देव।
मी तुमारो आँग को निरबलता को कारन मानूस को रीत लक कव्हसू। जसो तुमरो देह ला कुकरम को लाय बुराई अना खोटो करम को दास बनाके सोपो होतो। वसोच अबा आपरो देह ला धरमी होवन को कजि, वोको दास बनाके सोपो।
तर मोरो देहमा काम करन को एक बेगरो कानून चोवअ सेत। एक असो कानून जोन वोना कानून को खिलाफ लड़अ सेत। जोनला मोरो डिमाक मंजूर करा सेत। यो मोला पाप को कानून कोलाय कैदी बनावा सेत। जोन मोरो देहमा काम करा सेत।
एकोसाठी जो लोक मोसे को नियम को काम पर भरोसा राखासेति, वय सबच सिराप को कब्जा मा सेत, काहेकि लिखीसे, जोन कोनी मोसे को नियम को किताब मा लिखयो सबच हुकूम को पालन नही करा, उ सिरापित से।
एकोलाई तुमी हेत राखो वय लोक जोन आपरो तन मा मानूस को हात लक कियो हुयो खतना को काजी आपरो आपला “खतना करयो वालो” सांगासेत, विधरमी को रुप मा जन्मो तुमी लोकहुन ला “खतना को बिना” कव्हत होतीन।
उनमा आमी भी पयले आपरो देह की मोह मा दिवस बितात होता, देह अना मन को मरजी ला पूरो करत होता, अना अखीन संसार को दुसरो लोकगीन को जसो बरताव लक परमेस्वर को गुस्सा की लेकरा होता।
काहेका आमी पुढ़ा बेअक्ल का रहत होता अना हुकूम ला नही मानत होता अना संका मा पड़या रव्हत होता। अना काई परकार को लोभ अना सुख सुविदा को चाकरी करत होता अना बइर, अना जरनाहि मा जिंदगी बितावत होता। अना आमी लक लोक घिरना करत होतीन अना आमी भी एकमेक लक घिरना करत होतो।