पर यदि तुमी आपरो मानूस सुभाव को अनुसार रव्हअ सेव, ता तुमी मरन वालो सेव। तरी आतमा लक मनला मार के जिंदगी को दिवस बितावअ सेव। ता जित्तो रव्हन को मौका सेत। यो काजी आतमा लक बुरो करम ला मार डाखो।
सही मा जबा तकन हमी एना तम्बू देह मा सेजन त हमी बोझ लक दबया हुया कराहव सेजन काहेकी हमी कपरा हेड़नो नही पर पेहरनो चाव्हासेजन का जोन कोनी मरनो को जसो से वा जिंदगी लक हेड दियो जाय।
उनमा आमी भी पयले आपरो देह की मोह मा दिवस बितात होता, देह अना मन को मरजी ला पूरो करत होता, अना अखीन संसार को दुसरो लोकगीन को जसो बरताव लक परमेस्वर को गुस्सा की लेकरा होता।
यहान तक तुमरो जुनो जिंदगी को तरीका को सम्बन्ध से तुमला सिक्सा दियो गयो होती का तुमी आपरो जुनो मानुसपन ला उतार फेकने जोन ओको भटकावन वारो मरजी हुन को लाई खराब बनयो हुयोसे।
काहेका आमी पुढ़ा बेअक्ल का रहत होता अना हुकूम ला नही मानत होता अना संका मा पड़या रव्हत होता। अना काई परकार को लोभ अना सुख सुविदा को चाकरी करत होता अना बइर, अना जरनाहि मा जिंदगी बितावत होता। अना आमी लक लोक घिरना करत होतीन अना आमी भी एकमेक लक घिरना करत होतो।
यो लोक चुगली करनवारा सेत, अना दोस खोजन वारा सेत। यो लोक आपरी मरजी हुन को दास सेत अना आपरो टोंड लक घमन्ड भरी गोस्टी बोलसेत आपरो फायदा को लाई यो दुसरो की मियामिठठु करासेत।