हे कपटी मोसे को नियम को गुरू अना फरिसी गुरू, गीन तुम पर हाय। तुम मानूस को लाई सरग को राज को किवाड़ बंद करोसो, न ता खुदच ओमा धस सक सो, अना न ता ओमा धसन वारा हिन ला धसन देसो।
सबअ राज को अधिकारी गिनको पालन करनो पाहिजे। काहेका कोनी भी अधिकार परमेस्वर को हुकूम को बिना मौजुद नाहती। अना मौजुद अधिकारी गिन परमेस्वर लक राख्यो गयो सेत।
राजा अना सासकगिन उन लोक हुनला नही डरावा सेत, जोन साजरा काम करा सेत, पर वय वोला च डरावा सेत, जोन बुराई करा सेत। अदी तुमी सासन लक नही डरनो चाव्हा सेव, तो भलो काम करो, तुमरो बड़ाई होहेत।
एकोलाय तू साइद मोरो लक कव्हजोस “अदि मानूस को काम मा, परमेस्वर को मरजी सेत। ता वा मा आमरो काजक दोस से?” आखीर मा परमेस्वर को इक्सा को विरोध कोन कर सका सेत?