अबा तुम यो दुनिया को लोकगिन को जसो रव्हासेव। जबा तुमी मा ईरसा होवा सेत। अना तुमी एकमेक लक झगड़ा करा सेव। का एकोलक साबीत होवा सेत का तुमी यो दुनिया लक संबंध लक जी रहयो सेत।
छल, नसा, रँगरेली, अना ऐना तरह का काम सेत, जिनको बिसय मा मि तुमला चितासु जसो पयले चितोनी देय चुकयो, की असो-असो कामवारा तो परमेस्वर को राज का हकदार नही होव्हेत।
यो मि एकोलाई कव्ह रही सेउ का एक बेरा होतो जबा तुमी अँधार लक भरयो होतो पर अबा तुमी पिरभु को मंगा चलन वारा को रुप मा उजाड़ो लक भरपुरो होय। एकोलाई उजाड़ो को टूरा को जसो सुभाव करने।
एतरो करो का तुम्हारा चाल-चलन मसीह को साजरोबारता को काबिल होय का चाव्ह मि आयके तुमला चोऊ, चाव्ह नही आऊँ, तुमरो बारे मा योच आयकू का तुमी एकच आतमा मा पक्को सेव। अना एक चित्त भयके साजरो बारता को भरोसा को लाई मेहनत करत रव्हना।
तब जब तुमी पिरभू को रुप मा जिंदगी बितान काबिल होवजोस अना हमेसा आपरो चाल चलन लक वोला खुस करजोस ता तुमरो जिंदगी मा सबा परकार को साजरो करम पैदा करबिन, अना तुमी परमेस्वर को गियान मा बढ़बिन।