8 जसो गीरंथ कव्हसेत, “परमेस्वर ना उनको मन अना हिरदय ला बेरस बना दियो, यो दिवस मा वय अन्धरा अना भयरा बन गयो सेत।”
“तुम ला परमेस्वर को राज को, छुपयो गोस्टी को समझाय दियो गयो से। पर परायो ला, उदाहरन लक आयकवायो जासे। एकोलाय का वय चोवकेना बिना चोवो जसो भयी जाय, अखीन आयकनो पर भी नही समजेत।”
जायके इन लोकगीन ला कव्हो आयकत रव्हो पर समझ मा नही आहेत। अना चोवत त रव्हना पर नही चोहे।