यदि काही डगाली तोडके बेगरो कर दियो गयो सेत। अना तुमी गैरयहुदिगिन! जो बन जैतून सेव उनको जघा मा कलम लगायो गयो से अना जैतून को जड़ अना वोको चिकनाई को भागीदार बने।
पर अबा परगट हो गयो से। यो भविस्यवक्ता गिन को भविस्यवानी मोसे को नियम को लक अमर परमेस्वर को हुकूम लक, सब लोक गीन मा मुनादी कियो गयो से। जेनको लक वय भरोसा को लक अधिनता स्विकार करे।
पर परमेस्वर को लाय धन्यवाद! तुमी एक बेरा पाप करन को लाय पाप को गुलाम होतो। पर अबा आपरो दिल लक भेटयो सिक्सा को माननवारा भई गयो, जेन को साँचा मा ढालो गयो सेत।
बिस्वास को कारन को कारन अबराहम ला असो सांगयो का वोला जोन जघा मा जावन साठी परात जानको होतयो, पर उ कितानी जात होता उनला मालूम नही होता। तरी उना हुकूम मानयो अना गयो।
अबा चोवो जबा तुमी ना सच्चाई ला मानत-मानत, सच्चौ भाऊचारा लक निस्कपट माया ला चोवान काजी आपरो आतमा ला पवितर कर लियो सेत। ता पवितर मन लक तेजी लक एक दुजो लक माया करन को आपरो निसान बनालेव।
असो पिरकार, अवो बायका गीन अपरो-अपरो नवरा गीन को बस मा रहवो। जेनको लक अदी कोनी परमेस्वर को वचन ला नही मानासे। त वय तुमरो पवीतर अना भेव सकट चाल-चलन ला ध्यान लक चोवके बिना कोनी बारता को अपरी-अपरी बायका गीन को बरताव लक जीतयो जाहे।