21 वय परमेस्वर ला जना सेत, तरी वय परमेस्वर को आदर नही करतत। ना च वोको धनवाद करतत। एको अलावा उनको बकवास बिचार सेत। अना उनको रिकामो डिमाक मा इन्धार भर गयो सेत।
उनको डोरा उघाड़न, उनला इंधारो लक उजाड़ कन आनन लाय, अना सैतान को अधिकार लक परमेस्वर को कन मुरकान लाय, तोला धाड़ासेऊ। उनलक तोला बचावत रहिन। एकोलक वय उनला पाप की छिमा भेटेत। अखीन उन लोखगिन को बीचमा जघा पाहेती। “जोन मोरो मा बिस्वास को कारन पवितर भयो सेत।”
परमेस्वर उनला सजा देवासेत। काहेका जोन गोस्टी परमेस्वर को बारेमा जाननो को काबिल से, वा उनको लाय हरामेसा लक सेत। कारन परमेस्वर ना स्वता हरामेसा साठी बनायो सेत।
अना एकोलाय भी का गैरयहूदी गिनला परमेस्वर को दया भेटे, अना वय स्तुती करे। जसो गिरंथ मा लिख्यो सेत, “एकोलाय गैर यहूदि गिनको बीचमा तोला ओरखा हिन अना तोरो नाव को महिमा गावइन।”
काहेकी तुमी जानासेव, का तुमरो बेकार चाल-चलन, जोन बापदादा गीन लक चलतो आयो से। उनको तुमरो सूटकारा, चांदी सोनो अना नास होवनवालो चीज गीन को किमत मा नही भयो।
पर तुमी एक बेचयो हुयो लोख सेव। याजकगिन को एक राज सेव, अना खुद परमेस्वर को परजा सेव। एक पवितर परजा, खुद परमेस्वर एक असो जन समूह मजे परजा सेव। तुमिला परमेस्वर ना इंधार लक उजाड़ मा आपरो अद्भुत गुन परगट करन लाय हाकली सेत।
अना ओना मोठो आवाज लक साँगीस, “परमेस्वर लक भेव करो, अना वोको च महिमा करो। काहेका वोको नियाव को बेरा भयी गयो सेत। ओको च पूजा करो जोनना, सरग धरती सागर अना पानी को झरना बनायो सेत।”
“हे पिरभू कोन तोरो लक नही भेव मानहेत? अना तोरो नाव को बड़ाई नही करेत? काहेकि तुच केवल एक पवीतर से, अना सबरो लोक गीन आयके तोरो पूजा नहि करहेत, काहेकी तोरो नियाव को काम दिसाय गयो सेत।”