8 जबूलून को खानदान मा लक बारा हजार, यूसुफ को खानदान लक बारा हजार, अना बिन्यामीन को खानदान को बारा हजार मा सिक्का लगायो होतो।
समौन को खानदान को बारा हजार, लेवी को खानदान मा बारा हजार, इस्साकार को खानदान मा लक बारा हजार,
एको बाद मिना चोवयो, अना दिसयो का हरेक कबिला, अना कुल अना लोकगीन अना भासा मा लक, एक असी लोक को गरदी, जेनला कोनी नही गीन सकत होतो। पाँढरो कपरा डाकयो, अना आपरो हात गीन मा खजुर की डारी गीन लियो हुयो, राजगद्दी को पुढ़ा अना मेढ़ा को पुढ़ा उभी दिसयो।