15 तब धरती को राजा, अधिकारी, अना मुखिया अना सेना को सेनापती, अना का धनी, अना ताकतवर लोक, अना हर कोनी दास, अना हरेक मालिक पहाड़गीन को सुरँग मा अना चट्टानगीन को चेर मा जायकर लुक गयिन।
ना च दियो को उजाड़ा मंग कबच तोरो मा चमकेत। अना नाच नौरा नौरीको बोली तोरो मा आयकुआयेत। तोरो धन्धाकरनवारा धरती को मोठो आदमी होतीन। अना तोरो जादू लक सबच लोक गीन भरमाया गयो होतीन।