कोनी भी गुलाम मानूस दुई मालीक को सेवा नही कर सकासे। काहेका उ एक लक बइर अखीन दुसरो को संग माया राखेत। अना एक लक गाढोपन अना दुसरो ला नीच जानेत। तुमी परमेस्वर अना धन दुही की सेवा नही कर सकासो।
काहेका मोला असो भेव सेत, का कदी असो तो नही भई जाय, का मी आय के ना जसो मी तुमी ला चोवनो चव्हासू वसो तुमी मोला नही भेटयो, अना तुमरो मा लडाई रार जलन चुगली अना गरब होहे।
अगो भाऊगीन, तुमरो बारे मा आमला सबच बेरा परमेस्वर को धनवाद करनो चाव्हसे, यो जरुरी से, एको साठी की तुमरो भरोसा लगत बढ़ जावसे, अना तुमी सबच को माया आपसी मा लगत बढ़ जावसे।
अबा चोवो जबा तुमी ना सच्चाई ला मानत-मानत, सच्चौ भाऊचारा लक निस्कपट माया ला चोवान काजी आपरो आतमा ला पवितर कर लियो सेत। ता पवितर मन लक तेजी लक एक दुजो लक माया करन को आपरो निसान बनालेव।
“मि तोरो करयो गयो काम, मेहनत आना धीरज ला जानुसू।” का तू बुरो लोकईन ला, फूटयो डोरा नही भअवा सेत। अना जोन आपरो आपच ला पेरीत ठहरायो सेत। पर उ नहाय तुना उनला परख के खोटो पायो सेत।
सरदीस की कलीसिया को दूत ला असो लिख। जेनको जवर परमेस्वर की सात आतमा अना सात तारा सेत। उ यो कव्हसे, मि तोरो काम ला जानासू, तु जित्तो ता कहलावासे, पर मरयो हुयो सेत।