22 देख, मि ओला खाट पर डाक देसू, अना जो ओको जवर छिंडरापन करासेत, अदी वय ओको जसो कामगीन पस्तावा नही करयेत, ता उनला मोठो संकट मा डाखू।
असो गोस्टी नहात मी तुमी ला सागंसू, का तुमी पस्तावा कर मन नही बदलने, तो वसोच नास होय जाने।
असो नहात अदी तुमी पस्तावा कर, मन नही बदलने तो असोच नास भई जाने।
अना कदी असो ना भई जाय का मोरो परमेस्वर मोला तुमरो कठा आवन काजी मंग मजबुर करे। अना तुमरो लाय मोला दुख उठानो पडहेत। जोनना पयले पाप कियो होतो, अना खोटो करम, अना दुसरो संग सोवनो को पाप अना वय अबा भी पाप लक मन ला हटाव नही भयो सेत।
“धरती को राजागिन वा नगर मा खोटो काम करीन। अना वोना छिनाला पन को कारन धरती को निवासी मत गयीन।”
सब देस ना ओको छिनालापन को नसा मा मत गयो सेत। अना धरती को सबा राजा गीन ना ओको सँगा छिंडरापन करीसेस। अना बिना रोक टोक को धनवान भयी गयो।”
“सबा धरती को राजा जोन वोको संग मा छिनालापन मा मगन रहवत होतिन। जोन वोको संग अय्यासी करत होतिन। वोना स्तो को धुंगा चोवके रोवन अना चिल्लावन लगीन।”
एकोलाय तु हेत कर की तु कहान लक पड़ीसेस। अना पाप लक मन ला हटाव, अना पयलो को जसो काम नही करसेस तो मि तोरो जवर आवसेऊ। अना मन नही फिरावजोस त तोरो दियोदानी ला तोरो हात लक छुड़ाय लेहुँ।