जबा उ असो कव्हच रहयो होतो, तबा एक पाँढरो, बादर न उनला ढाक लियो, अना उ बादल लक एक आवाज आयी यो मोरो एकच चहेतो, टूरा से, जेनको लक मी गजब खुसी सेव “एकी आयको!”
सरगदूत ना वोला साँगिस, पवीतर आतमा को ताकत तोरो पर आहेत, अखीन मोठो परमेस्वर तोरी, रक्सा करहे। एको लाई उ पवीतर, जो जनम लेवन-वालो से, परमेस्वर को टूरा कहलाहे।
“अता जोनला बाबूजी ना चघावा ठयरायके जगत मा धाड़ीसेस, का तुमी एकोलाई ओला कव्हसो, तु परमेस्वर की निन्दा करासेस? एकोलाय मि ना कव्हयो, मि परमेस्वर को टूरा सेउ।
काहेका परमेस्वर ना संसार लक एतरो माया राखियो, का वोना आपरो चहतो एकच टूरा ला दे देईस। एकोलाय जोन कोनी वोको पर भरोसा राखेत, उ नास नही होहेत पर अमर जीवन पाहेत।
“ जोन कोनी ओको पर भरोसा राखेत, वो दन्ड नही पाहेत, पर जो लोकगीन भरोसा नही करयेत, वो खोटो मानो जाहेती। ऐको मायना असो से का उनना, परमेस्वर को एकलो चहेतो टूरा को नाव पर भरोसा नही राखिन।
वहाच लीदिया नाव को बाई होती। वा किमती बैंजनी कपरा को धंधा करत होती। अना परमेस्वर की पिराथना करत होती। वा आमरी गोस्टी आयकत होती। पिरभू ना ओको मन को बेसकुड़ खोलिस। जोनलक वा पौलुस की गोस्टी धियान देयके आयके।
की जो काही तु देखीसेस ओला किताब मा लिख अना सात कलीसिया गीन को नाव धाड़ मजे इफिसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थुआतीरा, सरदीस फिलोदिपिया अना लौदीकिया ला धाड़ देव।
अबा मि थुआतीरा को बचयो लोकगीन लक कव्हसू, जो एने सिक्सा ला नही मानासे अना जसो की वय कव्हसेत, की सैतान को गहरो गोस्टी गीन ला जानासे, मंग नही जानासे, मि तुमी पर अना लगत बोझ डाखनो नही चाव्हअ सेऊ।