यो भेद बखान पयलो को पीढ़ी को लोकहून ला वसो नही दिसायो गयो होतो जसो अबा ओको आपरो पवितर पेरीत हुन अना भविस्यवक्ता हुन को आत्मा को कन लक दिसायो जाय चुकी से।
ओना काही ला पेरीत, काही ला भविस्यवक्ता काही ला साजरो बारता को सांगन वालो अना काही ला परमेस्वर को मानूस को रक्सा करनवालो पासवान अना काही ला गुरुजी ठहराय देईसेस।
एकोलाय सप्पा सरग अना ओको रव्हन वारा, खुस होयेत! हाय से तुमी पर धरती अना समुंदर! काहेकि सैतान तुमी तकन पहुँच गयो। उ लगत गुस्सा मा भर गयो से, काहेकि ओला मालूम से का ओको बेरा लगत ही कम से।