2 ओना जोरलक चिल्लाय के कव्हयो “पड़ गयो! पड़ गयो! सुंदर मोठो नगर बेबीलोन पड़ गयो। अब यो बुरो आतमा को घर, असुद्ध आतमा का आसरा, अना हर एक असुध्द अना घिरनावारा पक्सी का बसेरा बन गयो से।
मंग एको मंघा एक अखिन दुसरो सरगदूत आयो, अना कव्हन लगयो, “वोको सत्यानास भयी गयो सेत। मोठो नगर बेबीलोन को सत्यानास भयी गयो। वोना सब देस ला खोटो काम को नसा करायो होतो।”
वोकी दुख ला हेत करके भेव के मारे, दूहुर उभा होयके वय कव्हन लगीन। धिक्कार! धिक्कार, हे ताकतवर मोठोनगरी बेबीलोन! धिक्कार तोरो पर से! तास भर मा च तोरो दन्ड की बेरा आय गईसे।
तबा एक ताकतवर सरगदूत ना चकिया को पाट को जसो एक मोठो पत्थरा ला उचलके यो कव्हत हुयो समुंदर मा फेक देइस, “ऐना रिती लक मोठो नगरी बेबीलोन भी ताकत सँग फेक दियो जाहे। अना ओको पता भी नही चलेत।”