मंग एको मंघा एक अखिन दुसरो सरगदूत आयो, अना कव्हन लगयो, “वोको सत्यानास भयी गयो सेत। मोठो नगर बेबीलोन को सत्यानास भयी गयो। वोना सब देस ला खोटो काम को नसा करायो होतो।”
अपरो मतलब पुरो करनो को लाय परमेस्वर ना उन सबला एक मन करके उनको डिमाक मा असो बसा दियो सेत का जब तकन परमेस्वर को बचन पुरो नही होयेत, तबा तकन को लाय वय राजा हुन आपरो हक वोना जनावर ला देवे।
जोन तु ना चोवीसे, पयले कदी जित्तो होतो। पर अबा जित्तो नाहती। मंग उ पताल लक हीटन वालो सेत। अना वोको नास भयी जाहेत। मंग धरती को वय लोक जिनको नाव जगत को सुरू लक जिंदगी को किताब मा नही लिख्यो सेत। वा जनावर ला चोवके, चकित होयेत। काहेका वा कदी जित्तो होतो, पर अबा जित्तो नाहती।
ना च दियो को उजाड़ा मंग कबच तोरो मा चमकेत। अना नाच नौरा नौरीको बोली तोरो मा आयकुआयेत। तोरो धन्धाकरनवारा धरती को मोठो आदमी होतीन। अना तोरो जादू लक सबच लोक गीन भरमाया गयो होतीन।
काहेका तुम्ही ना धिरज लक सहन करता हुया मोरो हुकूम ला मानीसेव। बदल मी परिक्सा को बेरामा तुमारो रक्सा करीन। जोन यो दुनिया मा रव्हन वालों ला परखन लाय पुरो संसार मा बस आवन वालो सेत।