21 बादर लक मानूस गीन पर मन-मन भर को मोठा गारगोटा पड़या, अना एकोलाय का यो आफद लगत च भारी भरकम होती। लोक इन ना गारगोटा को आफद को कारन परमेस्वर को निन्दा करीन।
तब परमेस्वर को मंदिर जोन सरग मा से, उघाड़ दियो गयो। अना ओनो मंदिर मा उनको करार को संदूक दिसयो। ओना बेरा बिजली कौन्धी, गड़गड़ाहट अना बादल को गरजन हुयो। एक डरावनो भुईडोल आयो, अना मोठो-मोठो ओला पड़िन।