जोन मा तुमी पयले ऐना संसार की बुरी रिती पर चलत हुयो अना ओनो आतमा को पिछा करत हुयो जीवत होता जो ऐना धरती को वरता की आत्मिक सक्तिहुन को मालिक सेत। वा आतमा अब उन मानुसहुन मा काम कर रही सेजोन परमेस्वर की हुकूम नही मानासेत।
“सातवो सरगदूत ना जबा आपरो तुर्रा फूँकीस तो बादल मा लगत आवाज होवन लगयो।” वय कव्हत होतिन, “अबा जगत को राज आमरो पिरभू को सेत। अना वोको मसिहा को। अबा वा साजरो सासन लक हरामेसा राज करहेत।”
तब परमेस्वर को मंदिर जोन सरग मा से, उघाड़ दियो गयो। अना ओनो मंदिर मा उनको करार को संदूक दिसयो। ओना बेरा बिजली कौन्धी, गड़गड़ाहट अना बादल को गरजन हुयो। एक डरावनो भुईडोल आयो, अना मोठो-मोठो ओला पड़िन।