अना सब धरती को लोकगिन यो गोस्टी लक खुसी मनाहेत। अना एक दुसरो ला भेट देहेत। काहेका यो दुयी भविस्यवक्ता गीनना धरती को रव्हनवारा गिनला लगत दुख दियो होतिन।
परअ मंदिर को बाहेर आँगन ला रव्हन देव, वोला नोको नाप काहेका यो गैरयहुदी लोकगीन ला दियो गयो सेत। वय बयचाड़िस महिना तकन पवीतर येरुसलेम नगर ला अपरो पाय लक रवदेत।
अपरो मतलब पुरो करनो को लाय परमेस्वर ना उन सबला एक मन करके उनको डिमाक मा असो बसा दियो सेत का जब तकन परमेस्वर को बचन पुरो नही होयेत, तबा तकन को लाय वय राजा हुन आपरो हक वोना जनावर ला देवे।
ओना जोरलक चिल्लाय के कव्हयो “पड़ गयो! पड़ गयो! सुंदर मोठो नगर बेबीलोन पड़ गयो। अब यो बुरो आतमा को घर, असुद्ध आतमा का आसरा, अना हर एक असुध्द अना घिरनावारा पक्सी का बसेरा बन गयो से।
तबा एक ताकतवर सरगदूत ना चकिया को पाट को जसो एक मोठो पत्थरा ला उचलके यो कव्हत हुयो समुंदर मा फेक देइस, “ऐना रिती लक मोठो नगरी बेबीलोन भी ताकत सँग फेक दियो जाहे। अना ओको पता भी नही चलेत।”
ना च दियो को उजाड़ा मंग कबच तोरो मा चमकेत। अना नाच नौरा नौरीको बोली तोरो मा आयकुआयेत। तोरो धन्धाकरनवारा धरती को मोठो आदमी होतीन। अना तोरो जादू लक सबच लोक गीन भरमाया गयो होतीन।
चौथो सरगदूत ना तुर्रा फुकिस, ता सूरज को एक तिहाई अना चँदा की एक तिहाई अना तारागीन की एक तिहाई हिस्सा पर कस्ट अना संकट छाय गयो। यहान तकन की पूरो एक तिहाई हिस्सा मा इँधारो भय गयो। अना दिवस को एक तिहाई हिस्सा इँधारो मा गयो। वसो रात मा भी भयो।