तबा मि आपरो उज्जो कन वालो लक कहुँ, ओ मोरो बाबूजी को धन्य साबास लोक आव वो राज को अधिकरि भय जावो, जोन सारो जग बनन को पहिले तुमरो लाइ, राजा ना तैय्यार कियो होतो।
अगा मोरो खरो संग करमी, मि तोला लक भी बिनती करासेऊ की तु ऐना आई माईगीन को सहायता करजोस जिन्होसीन मोरो संग अना क्लेमेन्स अना मोरो अखिन संग करमी सकट जिनको नाव जीवन को किताब मा लिखयो से, साजरो बारता को साठी मेहनत करीसेस।
ओना पहलो जनावर को हाजरी मा उ सबच हक ला काम मा आनत होतो। वोको पाठी जसो सींग होतो। अना अजगर जसो बोलत होतो। पयलो वालो जनावर को समोर मा वोको अधिकार ला बवजत होतो। अना जोन पयलो जनावर होतो जोन को घाव साजरो होयो होतो। वोको धरती को निवासीगिन लक पूजा करवात होतो। अना
जोन तु ना चोवीसे, पयले कदी जित्तो होतो। पर अबा जित्तो नाहती। मंग उ पताल लक हीटन वालो सेत। अना वोको नास भयी जाहेत। मंग धरती को वय लोक जिनको नाव जगत को सुरू लक जिंदगी को किताब मा नही लिख्यो सेत। वा जनावर ला चोवके, चकित होयेत। काहेका वा कदी जित्तो होतो, पर अबा जित्तो नाहती।
कोनी भी असुध्द चीज यो नगर मा ना ता धस पाहेत, ना च उ, जेनको सुभाव सरमनाक अना गोस्टी झुठो लक भरी सेति, ऐमा धस पायेत, जिनको नाव मेढ़ा को जिंदगानी को किताब मा लिखयो से।
काहेका तुम्ही ना धिरज लक सहन करता हुया मोरो हुकूम ला मानीसेव। बदल मी परिक्सा को बेरामा तुमारो रक्सा करीन। जोन यो दुनिया मा रव्हन वालों ला परखन लाय पुरो संसार मा बस आवन वालो सेत।
उ जो जीत जाहे, उ असोच रिति लक पांढरो कपरा घालयेत। मी जिंदगी को किताब मा लक वोको नाव नही मिटाहुं। बलकी मी ता वोको नाव ला, आपरो दआजि परमेस्वर अना ओको सरगदूत गीन को पुढ़ा मनता देहिन। नाव मान लेहूं।
मंग मि ना आयकयो, सरग मा अना धरती अना धरती को खाल्या अना समुंदर की बनयो हुयी चीज को, अना सबच काही जो उनमा से, जो राजगद्दी पर बसयो सेत ओको अना पाठी को धनवाद मान अना बड़ाई अना राजपाठ सदा रव्हे।