उनको डोरा उघाड़न, उनला इंधारो लक उजाड़ कन आनन लाय, अना सैतान को अधिकार लक परमेस्वर को कन मुरकान लाय, तोला धाड़ासेऊ। उनलक तोला बचावत रहिन। एकोलक वय उनला पाप की छिमा भेटेत। अखीन उन लोखगिन को बीचमा जघा पाहेती। “जोन मोरो मा बिस्वास को कारन पवितर भयो सेत।”
ऐको पर पतरस न कहीस, अरे हनन्याह; सैतान ला तुना आपरो मनमा यो गोस्टी कायलाई डाखन दियो? का तुना पवितर आतमा लक खोटो सांगे, अना बोकी जमीन को रकम लक काही बचाय के राख लियो।
आपरो पोट को सेवा करनवारा, अना चिकनो-चिकनो साँग के सिदो-सादो मन को लोकगीन ला बहकानवारा, असो लोकगीन पिरभू यीसु मसीह को सेवा नही करा सेस, पर वय आपरो सेवा करसेस।
एकोलाय का मी दरसन को लगत गोस्टी मा कही गरब लक फूल ना जाऊ, एकोलाय मोरो देह मा एक काटा गडायो जावासेत, मजे सैतान को एक दुत मोला मुक्का मारहेत, जोन लक मी घमंड नही करू।
काहेका अबिस्वासी गीन को डिमाक ला यो दुनिया को दुस्ट देव ना अंधार मा ठेविसेत। उ वोना पर उजाड़ होवन काजी रोकसेत। जो साजरा बारता लक मसीह को बारे मा आवासे, यीसु मसीह जनमन परमेस्वर को रुप जसो सेत।
एकोलाई हमी असो लेकराच न बनबिन जो हर कोनी असी नयी सिक्सा को हवा लक उछल जावबिन, जो आमरो रस्ता मा बव्हसे, लोकगीन को छल परन बेवहार लक, असी कपटता लक, जो ठगावन लक भरी योजना ला पेरीत करासे, इता-उता भटकाय दियो जावसे।
उ लेकरागिन ला सांगतो, “यो लोकगिन मोरो स्वता को देह अना रक्त सेत, एकोलाय यीसु स्वता उनको सारखा भयो अखिन वोको स्वभाव मानूस सारखा भय गयो, यासाठी की वोना आपरो मरनो लक सैतान को नास करे।” जोन को मरनो मा हक सेत।
पर मोठो सरगदुत मीकाईल न, जबा सैतान को संगा विवाद करतो हुयो मोसे को लास को बारे मा बैस कर रहयो होतो त वोला निन्दा कव्हके नियाव करन की हिम्मत नही जुटा सकिस। पर ओना केवल असो कहीस का “पिरभु तोला डाटहे।”
एकोलाय सप्पा सरग अना ओको रव्हन वारा, खुस होयेत! हाय से तुमी पर धरती अना समुंदर! काहेकि सैतान तुमी तकन पहुँच गयो। उ लगत गुस्सा मा भर गयो से, काहेकि ओला मालूम से का ओको बेरा लगत ही कम से।
येना अदभूत काम दिसावन को ताकत ओनो जनावर पुढ़ा भेटयो होतो। अना धरती को रव्हन वालो गिनलक दगाबाजी करत होतो। अना उनला कव्हत होतो। की ओनो जनावर को मुरत बनाव, जेनको पर तलवार को निसान सेत अना वा दुबारा जित्तो होय गयो से।
यो निसान दिसान वालो बुरो आतमा सेत। जो सप्पा संसार को राजा गिनको जवर हिटके एकोलाय जावासेत। का उनला सब लक ताकत वर परमेस्वर को बिरोधमा ओनो मोठो दिवस को लड़ाई को लाई जमा करेत।
ओना जोरलक चिल्लाय के कव्हयो “पड़ गयो! पड़ गयो! सुंदर मोठो नगर बेबीलोन पड़ गयो। अब यो बुरो आतमा को घर, असुद्ध आतमा का आसरा, अना हर एक असुध्द अना घिरनावारा पक्सी का बसेरा बन गयो से।
ना च दियो को उजाड़ा मंग कबच तोरो मा चमकेत। अना नाच नौरा नौरीको बोली तोरो मा आयकुआयेत। तोरो धन्धाकरनवारा धरती को मोठो आदमी होतीन। अना तोरो जादू लक सबच लोक गीन भरमाया गयो होतीन।
तबा पाठी को सेना ओनो जनावर ला धर लेयीन। ओको संगा च ओनो खोटो भविस्यवक्ता ला भी, जो ओनो जनावर को नाव मा चमत्कार निसान दिसायके उनला छल रहयो होतो, जिन पर ओनो हिंसक जनावर को छाप होती अना जो ओकी मूरति को पूजा करत होतीन। ऐना दुही ला जित्तो च गंधक लक सुलगी स्तोको झील मा फेक दियो गयो।
अबा मि थुआतीरा को बचयो लोकगीन लक कव्हसू, जो एने सिक्सा ला नही मानासे अना जसो की वय कव्हसेत, की सैतान को गहरो गोस्टी गीन ला जानासे, मंग नही जानासे, मि तुमी पर अना लगत बोझ डाखनो नही चाव्हअ सेऊ।
“मी तुमरो दुख अखिन तुमरो गरीबी को बारेमा जाना सेऊ।” मंग सहीमा तुम्ही धनवान सेव! जोन अपरो आपला यहूदी कव्हसेत। तुमरो जोन निन्दा करतत, वोला भी जाना सेऊ। मंग वय यहूदी नाहती। बल्कि वय तो सैतान को भगती करन वालो को एक जमघट सेत।
तबा सैतान ला, जेना उनको सँग छल करी होतीन, स्तो अना गन्धक को झील मा फेक दियो जाहेत, जहान ओना जनावर अना खोटो भविस्यवक्ता ला फेक गयो से। वहान उनला सदा को लाई तड़पत रहेत।
अना उ पुरो धरती मा फैलो हरेक देसला छलन को लाय हीट जाहेत, अना वा गोग अना मागोग ला छलेत। उ उनला लड़ाई को लाय जमा करयेत। वय समुन्दर को रेता को बराबर होतिन।
आयको! काही असो सेत, जोन सैतान की सभाघर को सेत। अना आपरो आपच ला यहूदी कव्हसेत। पर वय खोटो सेत। मि उनला यहान आवन को लाय मजबुर करके, तोरो पायको खाल्या कर देहिन। तबा उनला पता लगहेत, का तम्ही मोरो चहेतो सेव।
एको मा बाकी असो लोक जोन यो मोठयो नास लक नही मरयो होतिन। उनना आपरो हात को काम लक अबा मन नही मुरकायो होतिन। अना भूत-पलित को अना सोन्नो खुरो, कासो, गोटा अना काड़ी को वोना मुरती को अराधना नहीं सोड़यो। जोनना चोव सका सेत। न आयक सका सेत। न च रेग सका सेत।