वोच बेरा यीसु ना कव्हयो परमेस्वर बाबूजी सरग, अना धरती को पिरभु, मी तोरो धनवाद करासू, का तूना यो गोस्टी ला अक्कलवर अना समजदार लोकगीन लक, लूकाईसेस अना लेकरागिन पर परगट करयो से।
वोच बेरा उ पवीतर आतमा लक खुसी मा भर गयो अना कव्हसेत, “हे बाबूजी, सरग अना धरती को मालीक, मि तोरो धनवाद करासू, का तूना यो गोस्टी ला, मोसे को नियम को गुरू अखीन समजदार लक लुकाके राखिसेस। अखीन नहानो लेकरा गीन पर, उजागर करीसेस। हाँ हे बाबूजी तोला, असोच साजरो लगिसेस।”
योहन को कन लक एसिया प्रान्त को सात कलीसिया गिनको नाव, वोना परमेस्वर को कन लक, जो अबा से, अना हरामेसा होतो अना जोन आवनवाला सेत। अना उन सात आत्मा गिनको कन लक जोन वोको सिघासन को समोर सेत।
“सातवो सरगदूत ना जबा आपरो तुर्रा फूँकीस तो बादल मा लगत आवाज होवन लगयो।” वय कव्हत होतिन, “अबा जगत को राज आमरो पिरभू को सेत। अना वोको मसिहा को। अबा वा साजरो सासन लक हरामेसा राज करहेत।”
वय परमेस्वर को सेवक, मोसे अना पाठी को यो गाना गावत होतिन, “हे सब लक ताकत वर पिरभू, परमेस्वर तोरो काम मोठा अना चमत्कार जसो सेत, हे जूग-जूग को राजा, तु न्यायी अना खरो सेत।”
यो निसान दिसान वालो बुरो आतमा सेत। जो सप्पा संसार को राजा गिनको जवर हिटके एकोलाय जावासेत। का उनला सब लक ताकत वर परमेस्वर को बिरोधमा ओनो मोठो दिवस को लड़ाई को लाई जमा करेत।
मंग मिना सरग ला उघड़तो चोवयो, अना उतनी मोरो समोर एक पान्ढ़रो घोड़ा होतो। वा घोड़ा को सवार सच्चो होतो, अना बिस्वास काबील कहलात होतो। काहेका उ न्याय को संग फैसला करत होतो, अना लड़ाई करत होतो।
मंग मिना एक मोठयो सागर को जसो सब आयकयो जोन लगत मोठयो पुरा को अवाज अना बादल गरजन को अवाज जसो होतो। लोक गावत होतिन। “हल्लिलूय्याह! वोको जय हो, काहेका आमरो पिरभू परमेस्वर! सबलक बलवान राज कर रहयो सेत।”